
मार्क्सवादी अंतर्राष्ट्रीयतावाद का विकास: कम्युनिस्ट मेनिफेस्टो और नेशनल इंडिपेंडेंस मूवमेंट
कम्युनिस्ट घोषणापत्र में मार्क्स और एंगेल्स द्वारा प्रस्तावित श्रमिक वर्ग का अंतर्राष्ट्रीय एकजुटता दावा मार्क्सवाद की आधारशिला है। यह लेख इस तर्क को गहराई से समझता है कि "श्रमिकों के पास कोई मातृभूमि नहीं है" और बाद में मार्क्सवादियों (जैसे लेनिन और ट्रॉट्स्की) ने इस सिद्धांत को राष्ट्रीय स्वतंत्रता और उपनिवेशवाद विरोधी आंदोलनों के लिए बढ़ाया, जो समकालीन वैश्विक संघर्षों में इसके मुख्य मूल्यों का खुलासा करता है।